55 साल का व्यक्ति अंडरवियर पहनकर 1600 किलोमीटर के सफर पर, इन्हें स्पीडो मिक कहा जाता है

 55 साल का एक व्यक्ति ने अंडरवियर पहनकर 1600 किलोमीटर के सफर पर है। इनका असली नाम माइकल कुलन है। ये लोगों के बीच स्पीडो मिक नाम से चर्चित हैं। लिवरपूल सिटी के रहने वाले कुलन सड़कों पर घूमते, स्टेडियम में जाते। मौसम चाहे कैसा भी रहे शरीर पर सिर्फ एक अंडरवेयर और एक बेनी (खिलाड़ियों द्वारा पहना जाने वाले एक तरह का कैप) पहनते हैं। इस सफर के दौरान उन्होंने रास्ते में बर्फबारी और बारिश का सामना भी किया। वह चैरिटी के लिए 92 लाख रुपयों (100,000 पाउंड) को जोड़कर दान करना चाहते हैं। यह फंड जरूरतमंद बच्चों के लिए दिया जाएगा। 


स्पीडो मिक की यह यात्रा स्कॉटलैंड के ऊपरी भाग जॉन ओ'ग्रोट्स से शुरू हुई और लिवरपूल और लंदन होते हुए इंग्लैंड में समाप्त होगी। उन्होंने चैरिटी के एक सामुदायिक कंपनी लीव द लाइट ऑन बनाई है। इसका लक्ष्य उन लोगों को मदद करना है जो अलग-थलग महसूस करते हैं। गोफंडमी पेज के मुताबिक, कुलन को उम्मीद है कि वह लगभग 800 किलोमीटर के यात्रा के दौरान ही 92 लाख रुपयों (100,000 पाउंड) का इंतजाम कर लेंगे। फिलहाल उनके पास 81 लाख रुपए (88,000 पाउंड) जमा हो चुके हैं। 


पैर में चोट लगने से एक सप्ताह रुका अभियान
पिछले शुक्रवार को कुलन के पैर में चोट लग गई थी। डॉक्टरों की सलाह पर कुलन को अपका अभियान एक सप्ताह रोकना पड़ा था। फिर जब जब वह एवरटन के फिंच फार्म पर पहुंचे तब उनके फिजियोथैरेपिस्ट ने उन्हें पूरी तरह आराम करने के लिए कहा। अब जब उनकी चोट पूरी तरह ठीक हो गई है, तो कुलन अपनी यात्रा को फिर शुरू कर रहे हैं। उनकी चोट को देखते हुए गोफंडमी की ओर से भी उन्हें 92000 रुपए (1000पाउंड) का दान मिला था।


आइडिया 2014 में आया
अंडरवेयर में घूमने और यात्रा का आइडिया उन्हें 2014 में आया, जब उन्होंने 50 साल की उम्र में इंग्लिश चैनल को पार किया था, लेकिन वह इसे तुरंत शुरू नहीं कर सके। 2017 में उन्होंने अंडरवेयर पहनकर ही 1126 किलोमीटर का सफर किया। इस दौरान लोगों से मिले प्यार और दान ने उन्हें मोटीवेट किया। इसके बाद कुलन जरूरतमंदों की मदद के लिए कंपनी बनाई और अब नए सफर पर हैं। 


मैं मुश्किल में था
कुलन ने बताया, कुछ साल पहले, मैंने अपना सबकुछ खो दिया था। उन दिनों मैं मुसीबत में था। अपना परिवार,स्वाभिमान तक। वह सब कुछ खो चुका था, जिसका जीवन में कुछ महत्व होता है। फिर किसी ने मुझे सहारा दिया। तब मैंने उनके कदमों पर चलना शुरू किया और आपके लोगों के सामने हूं। अब यही मेरी जीवन शैली है। मेरे द्वारा जो भी फंड एकत्रित हो रहा है। वह म्यूजिक, स्पोर्ट और ड्रामा के क्षेत्र में काम करने वाले बच्चों के लिए हैं, जो उन्हें नए अवसर मिलेंगे।


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